PM मोदी से दिग्विजय सिंह के दस सवाल: बताएं कि जनता के जेब में रोज़ डाका क्यों डाल रहे हैं?
कांग्रेस नेता ने रुपये की कीमत, पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतें, काला धन, काले धन पर भाजपा सरकार की रिपोर्ट, नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार से सवाल किया.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और इस बार भोपाल संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह नए तरीके से मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. ‘दस दिन दस सवाल रोज़’ कैंपेन के तहत दिग्विजय सिंह भाजपा को घेरने की कोशिश में लगे हैं.
इस कैंपन की कड़ी में सोमवार को कांग्रेस नेता ने रुपये की कीमत, पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतें, काला धन, काले धन पर भाजपा सरकार की रिपोर्ट, नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार से सवाल किया.
सोमवार को पूछे गये दस सवालों में दिग्विजय सिंह ने सबसे पहला सवाल किया कि, “मोदी जी, वादा तो था कि तारे तोड़कर झोलियां भर देंगे, लेकिन आप तो परेशान जनता के आँसुओं की खेती करते रहे पाँच साल! बहुत मुश्किल से हम लाए थे तूफ़ान से देश की कश्ती निकाल के, क्यों आप इसे भँवर में फँसा के चल दिए? क्या मिला आपको?”
प्रधानमंत्री से किए गये दूसरे सवाल में उन्होंने कहा कि , “मोदी जी, आप ही थे न, जिसने देश को सपने दिखाए थे कि डॉलर की क़ीमत पहले 40 रुपए, फिर एक रुपए तक पहुँचा देंगे? पर डॉलर तो 70 रुपए के पार चला गया! चूक आपसे हुई या आपने अपने झोलाछाप ज्ञान वालों को आर्थिक विशेषज्ञ समझ कर उनकी सलाह से अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क कर दिया?”
तीसरे सवाल में कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि, “याद है न, BJP ने कालेधन पर रिपोर्ट जारी की थी. 25 लाख करोड़ रु का काला धन विदेशों में बताया था! वादा था उसे लाने का! रिपोर्ट लिखने वाले अजीत डोभाल आपके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, एस गुरुमूर्थी रिज़र्व बैंक के गवर्नर हैं. सत्ता तो आप सब को मिल गयी, वो काला धन कहाँ है?”
वहीं, चौथे सवाल में उन्होंने कहा कि, “हमें तो मालूम था कि झूठ का पुलिंदा तैयार किया था आपने- काले धन की रिपोर्ट के नाम पर. लेकिन क्या भारतवासियों से कोई माफ़ी नहीं माँगनी चाहिए कि आपने जो गरज गरजकर बोला था, वो सब झूठ था? या फिर देश मान ही ले कि झूठ ही आपकी पहचान है, इसी पर आपको गर्व है.”
उन्होंने पांचवा सवाल करते हुए कहा कि, “मोदी जी, 2014 तक आपको पेट्रोल/ डीज़ल की बढ़ती क़ीमतें बहुत दर्द देती थीं। हालाँकि तब कच्चे तेल की क़ीमत $147 तक पहुँच गयी थी। लेकिन आपके राज में कच्चे तेल की क़ीमत $36-40 तक गिरने पर भी पेट्रोल 90 रु और डीजल 80 रु तक बिका। बताइए,आपने जनता की जेब पर रोज़ डाका क्यों डाला?”
मोदी सरकार से छठा सवाल करते हुए कहा है कि, “मोदी जी, जब तक आप PM नहीं बने थे, भाषणों में ख़ूब गरजते थे कि टैक्स कम होना चाहिए। पर PM बने तो डीजल पर टैक्स 331% कर दिया! जनता को राहत देने की जगह, उसकी मज़बूरी से कमाई करने वाली सरकार तो पहली बार देखी! देशवासियों की भावना से से खिलवाड़ क्यों मोदी जी?”
वहीं, सातवें सवाल में दिग्विजय सिंह ने पूछा है कि, “मोदी सरकार में शेयर निवेशकों की कमाई क्यों कम हो गयी? पिछले पाँच साल में सेंसेक्स से 9.52% रिटर्न मिला। UPA 1 में ये रिटर्न 22.9% और UPA 2 में 12.22% था। आम जनता के निवेश पर आपकी नोटबंदी और जीएसटी की ग़लत नीतियों ने जो आघात किया, उसका कोई हिसाब देंगे मोदी जी?”
अगले और आठवें सवाल में कांग्रेस प्रत्याशी ने मोदी सरकार से पूछा है कि, “बैंकों का एनपीए मार्च 2014 में 2.52 लाख करोड़ रु था। 2018 में यह 9.62 लाख करोड़ रु पहुँच गया। इसमें से करीब 90 फीसद पैसा सरकारी बैंकों का है। बैंकों का पैसा डूबता गया, और सरकार आर्थिक सफलता के दावे करते रही! ये उलटी बानी कैसे पढ़ लेते हैं आप?”
दिग्विजय सिंह ने नौंवा सवाल करते हुए कहा है कि, “एक तरफ बैंकों में रखा जनता का पैसा उद्योगपति हजम कर विदेश भागते रहे और दूसरी तरफ मिनिमम बैलेंस पर पेनल्टी लगाकर बैंकों ने बचत खाते वालों से चार साल में 11,500 करोड़ रुपये की कमाई कर ली। मोदी जी के भगोड़े ‘मित्रों’ का कर्जा पूरा हिंदुस्तानी क्यों भरे?”
वहीं, उन्होंने दसवां सवाल करते हुए पूछा है कि, “विपक्ष में FDI पर मोदी जी कहते थे कि कांग्रेस देश को विदेशियों को बेच रही है। PM बने तो बीमा में 49%, रक्षा में 100% और खाद्य उत्पादों की मार्केटिंग में 100% FDI को अनुमति दे दी। FDI 2013-14 में 36 अरब डॉलर था 2016-17 में 60 अरब डॉलर हुआ। तो अब कहें किसने बेचा देश?”