नीतीश राज में रोजाना हो रही हत्या और बलात्कार की घटनाओं में बढ़ोतरी
बिहार पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में हर रोज 8 से ज्यादा लोगों की हत्या, 4 से अधिक महिलाओं के साथ बलात्कार और करीब 85 घरों पर रोजाना चोरी हो रही है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सूबे में सुशासन और कानून व्यवस्था के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. बिहार पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में हर रोज 8 से ज्यादा लोगों की हत्या, 4 से अधिक महिलाओं के साथ बलात्कार और करीब 85 घरों पर रोजाना चोरी हो रही है.
इतना ही नहीं, राज्य में रोजाना करीब 30 की औसत से दंगों की घटनाएं देखने को मिल रही हैं. वहीं औसतन 29 लोगों का हर दिन अपहरण हो रहा है. जनसत्ता की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार पुलिस ने जनवरी से अक्तूबर 2018 के बीच राज्य में हुई आपराधिक घटनाओं का आंकड़ा पेश किया है.
इन आंकड़ों के अनुसार, साल 2018 के 10 महीनों में हत्या के कुल 2,522 मामले दर्ज किए गए हैं, जनवरी महीने में 178 तो अक्टूबर में 227 मामले दर्ज किए गए हैं. चोरी की घटनाओं की बात करें तो कुल 25,472 मामले दर्ज दर्ज हुए, जिनमें जनवरी में 2,388 और अक्टूबर में ,827 मामले दर्ज किए गए. वहीं राज्य में वर्ष 2018 के 10 महीनों में दंगे के कुल 8,989 मामले दर्ज किए गए, जिनमें जनवरी में 614 और अक्टूबर में 673 मामले दर्ज हुए.
इसी तरह राज्य में 10 महीनों में रेप के कुल 1,304 मामले दर्ज किए गए. जनवरी में 74 मामले और फरवरी में 88, मार्च में 127, अप्रैल में 139, मई में 184, जून में 170, जुलाई में164, अगस्त में 119, सितंबर में 116 और अक्टूबर में 123 मामले दर्ज किए गए.
बता दें कि सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार को लोग ‘सुशासन बाबू’ और उनकी सरकार को ‘सुशासन’ सरकार कहने लगे थें, लेकिन ये आंकड़े नीतीश कुमार के लिए किसी शर्मनाक बात से और असफलता से कम नहीं है.