बिहारः रैली में PM-KISAN योजना का जिक्र करके बुरे फंसे राजनाथ सिंह, किसानों ने कहा- नहीं मिली पहली किस्त, देखें विडियो
वायरल विडियो में जनसभा में मौजूद लोग कह रहे हैं, “फंस गए. वह अपने ही शब्दों में फंस गए.”

बिहार के पूर्णिया ज़िले में बीते बुधवार को भाजपा की रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों के मुद्दों को उठाया. लेकिन वह अपने ही बनाए जाल में बुरी तरह फंस गए.
सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है. जिसमें गृह मंत्री पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली पहली किस्त के बारे में पूछ रहे हैं लेकिन किसान जवाब देते हैं कि उन्हें अभी तक पहली किस्त नहीं मिली है.
वायरल विडियो में राजनाथ सिंह ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा, “मेरे किसान भाई मुझे बताएं, कि क्या आपने इस योजना के तहत पहली किस्त 2000 रुपए मिली है या नहीं. आप में कुछ लोगों को मिली होगी?” लेकिन रैली में मौजूद किसानों ने चिल्लाते हुए बताया कि उन्हें पीएम किसान योजना के तहत कुछ भी नहीं मिला है.
किसान ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के लिए क्यों बोला कि ‘अइ में फइंस गेलई’ (मतलब ‘इसमें फँस गए’)
किसान सम्मान योजना के तहत 2000₹ की पहली किस्त पाने के राजनाथ सिंह के सवाल पर रैली में आए किसानों की प्रतिक्रिया ग़ौर से सुनिए और देखिए।
नोट : कमज़ोर हृदय वाले भक्त इस वीडियो को न देखें pic.twitter.com/WodCRzMEUk
— Umashankar Singh (@umashankarsingh) April 10, 2019
किसानों से मिले इस जवाब पर राजनाथ सिंह ने कहा, “नहीं, नहीं यह कैसे संभव है? क्या आप में से किसी को किस्त नहीं मिली है?”
इसके बाद गृह मंत्री ने कहा, “कृप्या सभी लोग अपना हाथ नीचे कर लें और सिर्फ वे लोग अपना हाथ ऊपर करें जिन्हें इस योजना के तहत राशि मिली है.”
लेकिन एक बार फिर भरी सभा में राजनाथ सिंह की किरकिरी हो गई. क्योंकि किसी ने भी अपना हाथ ऊपर नहीं उठाया.
इसके बाद राजनाथ सिंह ने मंच पर मौजूद भाजपा नेताओं की ओर देखते हुए केंद्रीय मंत्री ने पूछते हैं, “इन्हें किस्त क्यों नही मिली?”
वहीं वायरल विडियो में जनसभा में मौजूद लोग कह रहे हैं, “फंस गए. वह अपने ही शब्दों में फंस गए.”
दरअसल साल 2019 के अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि (PM KISHAN) योजना की घोषणा की थी. इस योजना के तहत 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों के हर साल 6000 रुपए दिए जाने थे. जिसकी पहली किस्त 2 हजार रुपए लोकसभा चुनाव से पहले दिए जाने थे. लेकिन पूर्णिया की रैली भाजपा के बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई.