मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ संसद का घेराव करेंगे किसान
कर्ज़ माफ़ी, किसानों की आत्महत्या और फसलों के उचित दाम के मुद्दे पर किसान मोदी सरकार के ख़िलाफ़ आक्रोशित हैं।

मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ कांग्रेस पार्टी मंगलवार को संसद का घेराव कर रही है। इसमें किसानों के 41 बड़े संगठन शामिल हो रहे हैं।
देश के किसान लंबे समय से कर्ज़ माफ़ी, किसानों की आत्महत्या और फसलों के उचित दाम के मुद्दे पर केंद्र सरकार से जवाब मांग रहे हैं। लेकिन, सरकार ने अब तक किसानों की समस्या हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। इस कारण किसानों को अपनी मांगों के साथ एक बार फ़िर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
फ़र्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस की किसान इकाई कर रही है। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। सभी संगठनों के किसान पहले संसद मार्ग पर एकत्र होगें जहां कांग्रेस के नेता उन्हें संबोधित करेंगे। इसके बाद संसद का घेराव किया जाना है।
किसान खेत मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ‘हम मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ 23 अक्टूबर को किसानों के साथ मिलकर संसद का घेराव करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में चुनाव प्रचार के लिए किसानों से जो वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है। भाजपा ने गरीब किसानों और खेत मजदूरों को धोखा दिया है।’