मुस्लिम महिलाओं के लिए नहीं अपने फायदे के लिए ट्रिपल तलाक़ अध्यादेश लाई है मोदी सरकार – सीपीआई (एम)
इस अध्यादेश से देशभर में तीन तलाक अपराध की श्रेणी में आ चुका है।

जनता के सवाल:
प्रश्न 1 – मुस्लिम महिलाओं को लुभा पाने में कितनी कामयाब होगी मोदी सरकार?
प्रश्न 2 – क्या विवादित मुद्दों पर अध्यादेश लाकर लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कर रही है भाजपा?
प्रश्न 3 – क्या सिर्फ तीन तलाक पर कानून बनाने से मिल जाएगा मुस्लिम महिलाओं को हक?
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने केंद्र सरकार के तीन तलाक पर लाए गए अध्यादेश का विरोध किया है। पार्टी ने कहा है कि यह अध्यादेश मुस्लिम महिलाओं के फायदे के लिए नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक फायदे के लिए लाया गया है।
एक प्रेस रिलीज में सीपीआई (एम) ने कहा है कि त्वरित तीन तलाक पर लाया गया अध्यादेश मुस्लिम महिलाओं के फायदे के लिए नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के राजनीतिक फायदे के लिए लाया गया है।
पार्टी ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया यह अध्यादेश अलोकतांत्रिक है।
@cpimspeak opposes triple talaq ordinance. pic.twitter.com/5RxLkW8nS6
— Archis Mohan (@ArchisMohan) September 20, 2018
बुधवार देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस अध्यादेश पर हस्ताक्षर कर दिए, जिसके बाद देशभर में तीन तलाक अपराध की श्रेणी में आ चुका है।