मोदी पर मेहरबान चुनाव आयोग ने नहीं सुनी अपने ही अधिकारियों की बात, सेना के राजनीतिकरण पर दे डाली क्लिन चिट
पीएम मोदी ने रैली के दौरान कहा था, "मैं पहली बार वोट दे रहे युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि क्या आप अपना वोट पुलवामा (आतंकी हमले) के वीर शहीदों को समर्पित कर सकते हैं?"

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों के नाम पर वोट मांगने के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी को क्लिन चिट दी है. इस मामले पर आयोग ने सेना के पूर्व अधिकारियों के तमाम विरोधों पर भी कोई ध्यान नहीं दिया. इस फ़ैसले के लिए चुनाव आयोग ने खुद अपने ही कायदे कानूनों को ताक पर रख दिया है.
इंडियन एक्सप्रेस में रितिका चोपड़ा की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी को क्लिन चिट देने के लिए चुनाव आयोग ने अपने ही आधिकारिक आदेशों का उल्लंघन किया है.
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी और ओसमानाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान प्रथम दृष्ट्या चुनाव आयोग के उन आदेशों का उल्लंघन करता है, जिसमें राजनीतिक दलों से अपील की गई थी कि वोट के लिए सेना के नाम का इस्तेमाल ना करें.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इन दोनों चुनाव अधिकारियों की राय पर मंगलवार को चुनाव आयोग में बहस भी हुई थी. लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री मोदी को क्लिन चिट दे दी गई. पीएम मोदी को क्लिन चिट देने के पीछे वजह यह बताई गई कि उन्होंने वोट के लिए एयर स्ट्राइक का विशेष रूप से नाम नहीं लिया ना हीं उन्होंने कहीं कहा कि भाजपा को वोट दें.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक चुनाव आयोग के किसी अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी और ओसमानाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी के पक्ष को चुनाव आयोग ने नहीं सुनी क्योंकि यह प्रधानमंत्री के भाषण के सिर्फ पांच पंक्तियों पर आधारित था.
अधिकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने पूरे भाषण को सुनकर अपना फ़ैसला दिया है.
बता दें कि बीते 9 अप्रैल को महाराष्ट्र के लातूर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “क्या आप अपना पहला वोट एयर स्ट्राइक करने वाले जवानों को दे सकते हैं?”
प्रधानमंत्री ने कहा था, “मैं पहली बार वोट दे रहे युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि क्या आप अपना पहला वोट पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम पर डाल सकते हैं. क्या आप अपना वोट पुलवामा (आतंकी हमले) के वीर शहीदों को समर्पित कर सकते हैं?”