ख़तरे में है देश का लोकतंत्र, सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एके सीकरी ने जताई चिंता
समारोह में शामिल जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सामाजिक असमानता और पिछड़े तबकों के साथ हो रहे भेदभाव पर चिंता जताई

सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एके सीकरी ने रविवार को अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान लॉ के छात्रों को संबोधित करते हुए देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को खतरे में बताया. इस कार्यक्रम में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भी उनके साथ मौजूद थे.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के नौंवे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे जस्टिस सीकरी ने कहा, “आज हम एक अलग तरह के बदलाव से गुज़र रहे हैं. अगर हम बड़े पैमाने पर पूरी दुनिया की ओर नज़र घुमाएं, तो देख सकते हैं कि 2,500 साल पहले ग्रीस ने पूरी दुनिया को लोकतंत्र के जो मूल्य दिए वे आज खतरे में हैं.”
अपनी बातों में उन्होंने समाज और कानून के बीच जज की भूमिका को लोकतंत्र का रक्षक बताते हुए इनमें आने वाली चुनौतियों के बारे में समझाया.
समारोह में शामिल जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भी देश में फैली असमानता और शिक्षा व्यवस्था पर हमला करते हुए छात्रों से कहा, “आप खुशनसीब हैं जो इतनी अच्छी शिक्षा हासिल कर सकें. बहुत लोग इससे अछूते रह जाते हैं. आपका काम है समाज के पिछड़े और सताए गए लोगों के अधिकारों की रक्षा करना.”
दलित, मुस्लिम, महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव को दूर करने पर उन्होंने बल दिया.