#Metoo: मूक बधिर महिला ने बताया- चार फौज़ी कर्मियों ने किया बलात्कार और यौन शोषण
34 वर्षीय मूक बधिर महिला ने चार फौज़ी कर्मियों पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

#Metoo कैंपेन के माध्यम से यौन शोषण की कई घटनाएं सामने आ रही है। इसी कड़ी में एक मूक-बधिर महिला ने भी अपने साथ हुए यौन शोषण के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज़ करवाई है। मंगलवार को पुणे में सेना के एक अस्पताल में काम करने वाली 34 वर्षीय मूक बधिर महिला ने चार फौज़ियों पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस महिला ने पुणे के खड़की पुलिस थाने में एफ़आईआर दर्ज़ करवाई है। पीड़िता जन्म से ही बोल और सुन नहीं सकती है। उसके पति का निधन पिछले साल हो चुका है।
द वायर की रिपोर्ट के अनुसार बधुवार को इंदौर के तुकोगंज थाने में मूक-बधिर व्यक्तियों की सहायता के लिए चलाए जा रहे पुलिस सहायता केंद्र के मुख्य समन्वयक ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया कि पीड़िता ने वीडियो कॉल के जरिए जून में उनसे संपर्क कर इशारों में अपने साथ हुए यौन शोषण की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा पुणे के खड़की स्थित मिलिट्री अस्पताल के चार फौजी सहकर्मियों ने डरा-धमकाकर कई बार उनका यौन शोषण किया। पीड़ित ने अस्पताल में काम करने वाले लोगों को इशारों में अपने साथ हुई घटना को बताने की कोशिश की लेकिन, कोई उनकी बात समझ नहीं पाया।
पुरोहित की पत्नी मोनिका भी मूक-बधिर व्यक्तियों के लिए काम करती हैं और सांकेतिक भाषा की जानकार हैं। पुरोहित ने बताया कि मोनिका ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और फौज के अधिकारियों को 6 अगस्त को ई-मेल कर घटना की जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने पीड़िता के वीडियो का लिंक भी भेजा, जिसमें वह इशारों के माध्यम से अपने साथ हुए यौन शोषण की घटना बता रही है।
सांकेतिक भाषा के जानकारों का कहना है कि उन्होंने 5 जुलाई को पुणे के मिलिट्री अस्पताल में जाकर अस्पताल प्रशासन को पीड़िता की शिकायत के बारे में बताया था और मिलिट्री अस्पताल के कमांडेंट को औपचारिक पत्र सौंपकर उनसे मामले में उचित कदम उठाने का अनुरोध किया था। पुरोहित ने कहा, ‘पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज होने के बाद लग रहा है कि उनकी सहायता के लिए हमारी कोशिशें सफल हो गई। हम चाहते हैं कि उन्हें आगे भी इंसाफ़ ही मिले।