इंकलाबी मज़दूर केंद्र अध्यक्ष कैलाश भट्ट की गिरफ़्तारी के विरोध में दिल्ली में मज़दूर करेंगे विरोध प्रदर्शन
इंकलाबी मज़दूर केंद्र ने उत्तराखंड सरकार के मज़दूर विरोधी कदम और फ़र्ज़ी गिरफ्तारियों का विरोध जताने को देश भर के मज़दूरों को जुटने को कहा.

साथी अध्यक्ष कैलाश भट्ट की गिरफ़्तारी के विरोध में इंकलाबी मज़दूर केंद्र ने देश भर के सभी मज़दूर संगठनों और सहयोगियों-समर्थकों से 28 जनवरी को दोपहर 12 बजे, दिल्ली के उत्तराखंड भवन के सामने विरोध प्रदर्शन में जुड़ने की अपील की है.
इससे पहले इंकलाबी मज़दूर केंद्र का कहना है कि 26 जनवरी को रुद्रपुर (उत्तराखंड) में मज़दूर पंचायत के बाद कैलाश भट्ट को उत्तराखंड पुलिस के द्वारा फ़र्ज़ी मुकदमे और धाराएं लगा कर जबरन उठा लिया गया था. संगठन की माने तो बीते कई दिनों से कैलाश पर पुलिस की टेढ़ी नज़र थी. 26 जनवरी को सिडकुल पंतनगर के विभिन्न कंपनियों में, मज़दूरों के शोषण-उत्पीड़न और लंबित मांग पत्रों पर श्रम विभाग की ओर से वार्ता ना बुलाये जाने के विरोध में मज़दूर पंचायत आयोजित की गई थी. एसडीएम रुद्रपुर ने भारी पुलिस बल के साथ आकर मज़दूरों को आयोजन रद्द करने को लेकर धमकाया भी था. इसे लेकर कैलाश समेत कई संगठनों के प्रतिनिधियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई थी. बाद में पुलिस ने अपने आवास को जाते हुए कैलाश को उठा लिया.
घटना की जानकारी होने पर मज़दूर प्रतिनिधियों के रुद्रपुर कोतवाली पहुंचने पर पुलिस उन्हें गोलमोल जवाब देती रही.
कैलाश भट्ट की गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा करते हुए इंकलाबी मज़दूर केंद्र ने उत्तराखंड सरकार के मज़दूर विरोधी कदम का विरोध जताने को देश भर के मज़दूरों को 28 तारीख दिल्ली में जुटने को कहा है.