पटना की रैली में राहुल गांधी का ऐलान- पटना यूनिवर्सिटी को देंगे सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा, गरीबों को मिलेगी निश्चित न्यूनतम आमदनी
राहुल ने नालंदा विश्विद्यालय का ज़िक्र करते हुए बिहार का पूरी दुनिया में महत्व बताया. राज्य की बदहाली पर नीतीश और मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बोलें कि उस समय बिहार शिक्षा का केंद्र था मगर आज बेरोजगारी का केंद्र है.

पटना के गांधी मैदान में जन आकांक्षा रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बेहद ही आक्रामक तेवरों में नज़र आए. मोदी सरकार के लाए गए हालिया बजट पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “मोदी ने 30,000 करोड़ अम्बानी की जेब में डाला, 17 रुपये हिंदुस्तान के किसान की जेब में. पूरा देश जानता है चौकीदार चोर है.”
अपने भाषण में राहुल ने नालंदा विश्विद्यालय का ज़िक्र करते हुए बिहार का पूरी दुनिया में महत्व बताया. राज्य की बदहाली पर नीतीश और मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बोलें कि उस समय बिहार शिक्षा का केंद्र था मगर आज बेरोजगारी का केंद्र है.
पूरे भाषण के दौरान बिहार के युवाओं और किसानों पर उनका मुख्य ध्यान दिखाई दिया. राहुल ने नौकरी और पढ़ाई के लिए बाहर के राज्यों में जाने की वजह से बिहारियों पर होने वाले हमलों की बात की. साथ ही बिहार के किसानों का देश में योगदान गिनाते हुए याद दिलाया कि एक समय देश की 27 फीसदी चीनी बिहार का किसान देता था मगर आज केवल 2 फीसदी ही देता है.
देश के लोगों का पैसा अनिल अम्बानी, नीरव मोदी को दे कर मोदी ने बिहार से शिक्षा, रोजगार को छीना है.
मध्य प्रदेश,राजस्थान और छत्तीसगढ़ का ज़िक्र करते हुए राहुल ने कहा कि इन राज्यों के साथ ही बिहार में भी दूसरी हरित क्रांति होगी. उन्होंने बिहार के किसानों से कर्ज़ माफी का वादा किया.
उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस की सरकार आने पर पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्ज दिया जाएगा.
हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, मनरेगा समेत कांग्रेस सरकार के साठ सालों में किये गए इन कामों को ऐतिहासिक बताते हुए घोषणा की कि सरकार बनते ही हिंदुस्तान के हर गरीब व्यक्ति को कम से कम एक निश्चित आमदनी देने का ऐतिहासिक काम किया जायेगा.
राहुल ने तेजस्वी को काम करने वाला, झूठ ना बोलने वाला नेता बताते हुए मिल जुलकर एक साथ लोकसभा और विधानसभा में सरकार बनाने का एलान किया. साथ ही बिहार के लोगों से इस गठबंधन को पूरी सीट देने का वादा भी लिया.