राहुल गांधी समेत 12 विपक्षी नेता जाएंगे जम्मू-कश्मीर, लेकिन प्रशासन ने कहा- नेताओं के दौरे से होगी असुविधा
इससे पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आकर ज़मीनी सच्चाई से रूबरू होने की बात कही थी.

एक तरफ़ राहुल गांधी समेत विपक्ष के 12 नेता आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने के लिए तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ प्रशासन ने कश्मीर की स्थिति को देखते हुए नेताओं को यहां आने से मना कर दिया है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि विपक्षी नेता कश्मीर न आएं और सहयोग करें, क्योंकि उनके यहां आने से असुविधा होगी.
लेकिन आपको बता दें कि राहुल गांधी समेत 12 विपक्षी नेताओं का जम्मू-कश्मीर दौरा तब सामने आया है जब जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा विपक्षी नेताओं को चुनौती दी गई. धारा 370 हटने के बाद जब राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर सवाल उठाए तो सत्यपाल मलिक ने उन्हें जम्मू-कश्मीर आकर देखने और फिर बोलने की बात कहीं.
सत्यपाल मलिक ने ट्वीट ने कहा, “मैं राहुल गांधी जी को कश्मीर आने का निमंत्रण देता हूं. मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट का भी इंतजाम करूंगा ताकि वह यहां आकर जमीनी हकीकत देख सकें.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए लिखा, “प्रिय मलिक जी, मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके न्योते को स्वीकार करता हूं. हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है बस वहां के नेताओं और जवानों से मिलने दिया जाए.”
Dear Governor Malik,
A delegation of opposition leaders & I will take you up on your gracious invitation to visit J&K and Ladakh.
We won’t need an aircraft but please ensure us the freedom to travel & meet the people, mainstream leaders and our soldiers stationed over there. https://t.co/9VjQUmgu8u
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 13, 2019
लेकिन अब प्रशासन का कहना है कि नेताओं के दौरे से असुविधा होगी. एनडीटीवी के अनुसार प्रशासन का कहना है कि नेता उन प्रतिबंधों का भी उल्लंघन कर रहे होंगे जो अभी तक कई क्षेत्रों में लगे हैं. नेताओं को समझना चाहिए कि शांति व्यवस्था बनाए रखने और नुक़सान रोकने को सबसे ज़्यादा प्राथमिकता दी जाएगी.
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