जो युवा ख़ुद को कश्मीर का एक्सपर्ट समझते हैं, उन्हें सरकारी शिक्षा और नौकरी ने जोकर बना दिया है- रवीश कुमार
देश के युवाओं का घोर पतन हो चुका है. इन्हें कश्मीर की तरह सूचना तंत्र से काटकर प्रोपेगैंडा में झोंकने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

हिन्दी प्रदेशों के अभिशप्त युवा जो ख़ुद को कश्मीर का एक्सपर्ट समझते हैं, उन्हें सरकारी शिक्षा और नौकरी ने जोकर बना कर रख दिया है. कश्मीर में बीस दिनों से संचार व्यवस्था ठप्प होने को सही ठहराने के नशे में भूल गया है कि वही राज्य उसके साथ भी कश्मीर की तरह बर्ताव कर रहा है. परीक्षा की मामूली त्रुटियों की सुनवाई नहीं है. सब जगह जा रहा है मगर कोई सुन नहीं रहा है. संचार व्यवस्था से ख़ुद वंचित है. पहले इन्हें हिन्दू मुस्लिम नेशनल सिलेबस का कोर्स कराया गया और अब ये खुद भी उसी ज़ुबान में अपने हालात बयान करने लगे हैं.
बिहार के शिक्षकों की तरफ से आया यह मैसेज बता रहा है कि देश के युवाओं का घोर पतन हो चुका है. इनका एक ही इस्तेमाल रह गया है. कश्मीर की तरह सूचना तंत्र से काट कर प्रोपेगैंडा में झोंक दो. चेतना और सूचना विहीन नौजवानों के साथ हो रहे अन्यायों पर क्या कहा जाए, ये उसी की बांहों में झूमना पसंद करते हैं जो इनकी गर्दन पर तलवार चलाता है.
हिन्दी प्रदेश के युवाओं को जो नेता जितना अंधकार में धकेलेगा वह उतना ही सफल होगा. वह कश्मीर पर एक्सपर्ट है. वह गोदी मीडिया का समर्थक है. लोकतंत्र की संस्थाओं के कुचले जाने का समर्थक है. बस इस वक्त अपने लिए समर्थक ढूंढ रहा है. चुनाव में कहता है रोज़गार मुद्दा नहीं, बस चुनाव के बाद रोज़गार न मिलने पर बेचैन है.
दुख हुआ इस मैसेज को देखकर. फिर दुख नहीं हुआ युवाओं को देखकर.
अगर आप मध्य/ माध्यमिक विद्यालय में आवेदन करना चाहते है तो चरणबद्ध तरीके से उसका तरीका निम्न है——
1–पहले अपना स्वास्थ्य जांच करवा लें क्योंकि शारीरिक और मानसिक रुप से आपका सशक्त होना अति आवश्यक शर्त है
2–एक किट बैग खरीद लें
3–एक अच्छी बाइक (हो सके तो नई ले लें) एक स्कूटी (महिलाओं के लिये) खरीद लें
4–बाजार से कम से कम से 100 फॉर्म खरीद लें
5–सभी प्रमाण पत्रों का 100-100 जेरोक्स कॉपी करवा लें या प्रिंटर भी खरीद लें.
6–100 कलर पासपोर्ट साईज फोटो खिंचवा ले
7–सत्तू,चीनी,नमक,मिक्सचर,चूरा,एक छोटा सा गैस स्टोव तथा दवाईया(Firsटी Aid) खरीद के अपने पास रख लें
8–ATM ,आधार कार्ड रख लें
9–कैश भी ढेर सारा रख लें क्योंकि पेट्रोल में ये खर्च होगा.
10-वुड लेंड का एक नया जूता ले लें क्योंकि पूरा बिहार जो घूमना हैं!
11-अब आप आवेदन करने के लिये तैयार है. निकल पड़िए प्रखंड टू प्रखंड, माध्यमिक शिक्षक के लिए ज़िला परिषद् टू जिला परिषद्, नगर पंचायत टू नगर पंचायत, नगर परिषद् टू नगर परिषद् आवेदन करने के लिये. हजारो किलोमीटर आपको यात्रा करनी है.
12-ors घोल भी साथ रखे..
13-निराश नही हो फ़ॉर्म जरूर भरे, चाहे सीट कम ही क्यों न हो, ये बिहार है कभी भी बहार आ सकता हैं.
जय नैतिक पुरुष//जय बिहार सात साल से भटकते हुए माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थी
(यह लेख वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार की फ़ेसबुक पोस्ट से हू-ब-हू लिया गया है.)