छत्तीसगढ़ पुलिस का शर्मनाक चेहरा: कपड़े उतारकर महिला और उसकी बेटी की बेरहमी से पिटाई की
एक महिला ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के पुरुष पुलिस अधिकारियों ने महिला और उसकी बेटी के कपड़े उतारकर बेरहमी से दोनों की पिटाई की।

छत्तीसगढ़ पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां एक 60 वर्षीय महिला ने कहा है कि बिलासपुर थाने में एक महिला पुलिस अधिकारी ने पुरुष पुलिस अधिकारियों के सामने महिला और उसकी बेटी के कपड़े उतारकर बेरहमी से दोनों की पिटाई की। इसमें दोनों मां-बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई।
बीते 14 अक्टूबर को पुलिस ने महिला और उसकी बेटी को चोरी के आरोप में गिरफ़्तार किया था। इसके बाद महिला पुलिस ने उनके साथ यह दुर्वव्यवहार किया। पिटाई के कारण पीड़िताएं सही से चलने में भी असमर्थ हैं। पीड़िता की मां हाइपरटेंशन की मरीज थीं। उन्होंने जब डॉक्टर के पास इलाज कराने की बात कही तो उनकी बात को अनसुना कर दिया गया।
फ़र्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक मामला 17 अक्टूबर को सामने आया जब दोनों को कोर्ट में पेश किया गया और उन्होंने न्यायालय को अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद कोर्ट ने पुलिस अधिकारियों के ख़िलाफ़ जांच के आदेश दिए हैं और 26 अक्टूबर तक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने छत्तीसगढ़ के डीजीपी को नोटिस जारी कर चार हफ्तों के भीतर रिपोर्ट मांगा है। एनएचआरसी ने कहा है कि जब किसी व्यक्ति को पुलिस हिरासत में लिया जाता है, तो उसकी सुरक्षा का जिम्मा पुलिस अधिकारियों का होता है। लेकिन, इस मामले में तो पुलिस ने ही अमानवीय व्यवहार किया।