शर्मनाक: योगी की पुलिस ने आजमगढ़ की महिलाओं पर सुबह 4 बजे बरसाई लाठियां, कई गंभीर रूप से जख़्मी
पुलिस ने 55 साल की एक वृद्ध महिला को इतने बर्बर तरीके से मारा कि सिर पर गंभीर चोट आने के कारण वे फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं.

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में यूपी पुलिस ने नागरिकता संशोधन क़ानून-एनपीआर-एनआरसी के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी महिलाओं के ऊपर शर्मनाक हमला किया है. पुलिस के इस हमले में कई बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग गंभीर रूप से जख़्मी हुए हैं. 55 साल की एक वृद्ध महिला को पुलिस ने बर्बर तरीके से मारा जिसे उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं और वे फिलहाल आईसीयू में हैं.
द सिटिजन की ख़बर की अनुसार मंगलवार रात 11 बजे से आजमगढ़ के बिल्लियारागंज इलाके में करीब 500-600 महिलाएं एकजुट हुईं. ये सभी महिलाएं दिल्ली के शाहीनबाग़ के तर्ज पर सीएए का विरोध करना चाहती थीं. लेकिन, बुधवार सुबह 4 बजे पुलिस प्रदर्शनस्थल पर पहुंचती है और उन्हें हटाने की कोशिश करने लगती है.
सुबह 4 बजे महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती देखते हुए कई स्थानीय लोगों की पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने वहां मौजूद लोगों को घरों तक खदेड़ कर बुरी तरह मारा. कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है और पुलिस की हिंसा के बाद कईलोग लापता हैं.
द सिटिजन के मुताबिक इलाके में लोग बुरी तरह डरे हुए हैं. स्थानीय सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने अभी इस मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया है. इससे भी स्थानीय लोगों में रोष है.
बता दें कि लखनऊ में डिफेन्स एक्स्पो का आयोजन किया गया है, जिसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में मौजूद हैं पर आजमगढ़ की महिलाओं पर पुलिस डंडे बरसा रही है.